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मामला संबंधी अध्ययन - दिशानिर्देश
3.1 मामला संबंधी अध्ययन 1 (केस स्टडी)
एक जन सूचना अधिकारी (PIO) को सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम के अंतर्गत एक आवेदन मिलता है। सूचना एकत्र करने के बाद उसे पता चलता है कि वह सूचना स्वयं उसी के द्वारा लिए गए कुछ निर्णयों से सम्बन्धित है, जो पूर्णरूप से सही नहीं थे। इन निर्णयों में अन्य कर्मचारी भी सहभागी थे। सूचना प्रकट होने पर स्वयं उसके तथा उसके अन्य मित्रों के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही हो सकती है, जिसमें दंड भी संभावित है। सूचना प्र्रकट न करने या आंशिक या छद्मवरणित सूचना उपलब्ध कराने पर कम दंड या दंड मुक्ति भी मिल सकती है।
PIO अन्यथा एक ईमानदार व कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति है, पर यह विशिष्ट निर्णय, जिसके संबंध में RTI आवेदन दिया गया है, गलत निकला। वह अधिकारी आपके पास सलाह के लिए आया है।
नीचे सुझावों के कुछ विकल्प दिए गए हैं। प्रत्येक विकल्प का गुण दोष के आधार पर मूल्यांकन कीजिए।
- PIO इस मामले को अपने ज्येष्ठ अधिकारी को उसकी सलाह के लिए संदर्भित करे और कड़ाई से उसी के अनुसार कार्यवाही करें चाहे वह स्वयं उस सलाह से पूर्णतया सहमत न हो।
- PIO छुट्टी पर चला जाए और मामले को अपने उत्तराधिकारी (कार्यालय में) पर छोड़ दे या सूचना आवेदन को किसी अन्य PIO को स्थानान्तरण का निवेदन करें।
- PIO सच्चाई के साथ सूचना प्रकट करने व अपनी जीविका पर उसके प्रभाव पर मनन करके इस भांति उत्तर दें जिससे उस पर या उसकी जीविका पर जोखिम न आए। पर साथ ही सूचना की अन्तर्वस्तु पर कुछ समझौता किया जा सकता है।
- PIO उन सहयोगियों, जो इस निर्णय को लेने में सहभागी थे, से परामर्श करें और उनकी सलाह के अनुरूप कार्यवाही करें।
अनिवार्य रूप से केवल उपरोक्त विकल्पों तक सीमित न रखते हुए आप अपनी सलाह दीजिए और उसके उचित कारण भी बताईए। (250 शब्द)
20 अंक
3.2 मामला संबंधी अध्ययन 2 (केस स्टडी)
आप नगरपालिका परिषद के निर्माण विभाग में अधिशासी अभियंता पद पर तैनात हैं और वर्तमान में एक ऊपरगामी पुल (flyover) के निर्माण कार्य के प्रभारी हैं। आपके अधीन दो कनिष्ठ अभियंता हैं, जो प्रतिदिन निर्माण स्थल के निरीक्षण के लिये उत्तरदायी हैं तथा आपको विवरण देते हैं और आप विभाग के अध्यक्ष, मुख्य अभियंता को रिपोर्ट देते हैं। निर्माण कार्य पूर्ण होने को है और कनिष्ठ अभियंता नियमित रूप से यह सूचित करते रहे हैं कि निर्माण कार्य परिकल्पना के विनिर्देशों के अनुरूप हो रहा है। लेकिन आपने अपने आकस्मिक निरीक्षण में कुछ गंभीर असामान्यताऐं व कमियां पाईं, जो आपके विवेकानुसार पुल की सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं। इस स्तर पर इन कमियों को दूर करने में काफी निर्माण कार्य को गिराना और दोबारा बनाना होगा जिससे ठेकेदार को निश्चित हानि होगी और कार्य समाप्ति में विलम्ब भी होगा।
क्षेत्र में भारी ट्रैफिक जैम के कारण परिषद पर निर्माण शीघ्र पूरा करने के लिए जनता का भारी दबाव है। जब आप स्थिति मुख्य अभियंता के संज्ञान में लाए, तो उन्होंने अपने विवेकानुसार इसको बड़ा गंभीर दोष न मानकर इसे उपेक्षित करने की सलाह दी। उन्होंने परियोजना को समय से पूरा करने हेतु कार्य को आगे बढ़ाने के लिए कहा। परन्तु आप आश्वस्त हैं कि यह गंभीर प्रकरण है, जिससे जनता की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है और इसको बिना ठीक कराए नहीं छोडा़ जा सकता।
ऐसी स्थिति में आपके करने के लिए कुछ विकल्प निम्नलिखित हैं। इनमें से प्रत्येक विकल्प का गुण दोष के आधार पर मूल्यांकन कर अन्ततः सुझाव दीजिए कि आप क्या कार्यवाही करना चाहेंगे और क्यों। (250 शब्द)
20 अंक
- मुख्य अभियंता की सलाह मानकर आगे बढ़ जाएं।
- सभी तथ्यों व विश्लेषण को दिखाते हुए स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए मुख्य अभियंता से लिखित आदेश का निवेदन करें।
- कनिष्ठ अभियंताओं से स्पष्टीकरण मांगें और ठेकेदार को निश्चित अवधि में दोष निवारण के लिए आदेश दें।
- इस विषय को बलपूर्वक उठाऐं ताकि यह मुख्य अभियंता के वरिष्ठ जनों तक पहुच सके।
- मुख्य अभियंता के गैर लचीले रवैये को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना से अपने स्थानान्तरण के लिए आवेदन करें या बीमारी की छुट्टी पर चले जाऐं।
3.3 मामला संबंधी अध्ययन 3 (केस स्टडी)
तमिलनाडु में शिवकाशी पटाखा और दियासलाई निर्माताओं के समूहों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था अधिकांशतः पटाखा उद्योग पर निर्भर हैं। इसी से इस क्षेत्र का आर्थिक विकास हुआ है और रहन सहन का स्तर भी सुधरा है।
जहां तक पटाखा उद्योग जैसे खतरनाक उद्योगों के लिए बाल श्रमिक नियमों का प्रश्न है, अंतराष्ट्रीय श्रम संगठन ने श्रम हेतु न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष निर्धारित की है। जबकि भारत में यह आयु सीमा 14 वर्ष है।
पटाखों के औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों को पंजीकृत तथा अपंजीकृत, दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। परिवार आधारित कार्यशालाऐं एक विशिष्ट इकाई है। यद्यपि पंजीकृत/अपंजीकृत इकाइयों में बाल श्रमिक रोजगार के विषय में कानून स्पष्ट है, परिवार आधारित कार्य उसके अंतर्गत नहीं आते। ऐसी इकाइयों में माना जाता है कि बालक अपने माता पिता व सम्बन्धियों की देख रेख में कार्य कर रहे हैं। बाल श्रमिक मानकों से बचने के लिए अनेक इकाइयॉ अपने आप को परिवार आधारित कार्य बताती हैं और बाहरी बालकों को रोजगार देती हैं। यह कहने की आवश्यकता नहीं कि बालकों की भर्ती से इन इकाइयों की लागत बचती है जिससे उनके मालिकों को अधिक लाभ मिलता है।
आपने शिवकाशी में एक इकाई का दौरा किया, जिसमें 14 वर्ष से कम आयु के लगभग 10-15 बालक काम करते हैं। उसका मालिक आपको इकाई परिसर में घुमाता है। मालिक आपको बताता है कि परिवार आधारित इकाई में वे बालक उसके संबंधी हैं। आप देखते हैं कि जब मालिक यह बता रहा है, तो कई बालक मुस्कुराते हैं। गहन पूछताछ में आप जान जाते हैं कि मालिक और बालक परस्पर कोई संबंध संतोषजनक रूप से सिद्ध नहीं कर पाए।
- इस प्रकरण में अंतर्ग्रस्त नैतिक विषय स्पष्ट कीजिए और उनकी व्याख्या कीजिए।
- इस दौरे के बाद आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी? (300 शब्द)
25 अंक
3.4 मामला संबंधी अध्ययन 4 (केस स्टडी)
मान लीजिए कि आपके निकट मित्रों में से एक, जो स्वयं सिविल सेवा में जाने के लिए प्रयत्नशील है, वह लोक-सेवा में नैतिक आचरण से सम्बन्धित कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आपके पास आता है। वह निम्नलिखित बिन्दुओं को उठाता हैः
- आज के समय में, जब अनैतिक वातावरण काफी फैला हुआ है, नैतिक सिद्धांतों से चिपके रहने के व्यक्तिगत प्रयास, व्यक्ति के कैरियर में अनेक समस्याएँ पैदा कर सकते हैं। ये परिवार के सदस्यों पर कष्ट पैदा करने और साथ ही साथ स्वयं के जीवन पर जोखिम का कारण भी बन सकते हैं। हम क्यों न व्यावहारिक बनें और न्यूनतम प्रतिरोध के रास्ते का अनुसरण करें, और जितना अच्छा हम कर सकें, उसे ही करके प्रसन्न रहें?
- जब इतने अधिक लोग गलत साधनों को अपना रहे हैं और व्यवस्था को भारी नुकसान पहुँचा रहे हैं, तब क्या फर्क पड़ेगा यदि केवल कुछ-एक लोग ही नैतिकता की चेष्टा करें? वे अप्रभावी ही रहेंगे और निश्चित रूप से अन्ततः निराश हो जाएँगे।
- यदि हम नैतिक सोच-विचार के बारे में अधिक बतंगड़ बनाएँगे, तो क्या इससे देश की आर्थिक उन्नति में रूकावट नहीं आएगी? इसलियत में, उच्च प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में, हम विकास की दौड़ में पीछे छूट जाने को सहन नहीं कर सकते।
- यह तो समझ आता है कि भारी अनैतिक तौर-तरीकों में हमें फँसना नहीं चाहिए, लेकिन छोटे-मोटे उपहारों को स्वीकार करना और छोटी-मोटी तरफ़दारियाँ करना सभी के अभिप्रेरण में वृद्धि कर देता है। यह व्यवस्था को और भी अधिक सुचारू बना देता है। ऐसे तौर-तरीकों को अपनाने में गलत क्या है?
उपरोक्त दृष्टिकोण का समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। इस विश्लेषण के आधार पर अपने मित्र को आपकी क्या सलाह रहेगी? (250 शब्द)
20 अंक
3.5 मामला संबंधी अध्ययन 5 (केस स्टडी)
आप व्यावहारिक, ईमानदार अधिकारी हैं। आपका तबादला एक सुदूर ज़िले में एक ऐसे विभाग के प्रमुख के रूप में कर दिया गया है, जो अपनी अदक्षता और संवेदनहीनता के लिए कुख्यात है। आप पाते हैं कि इस घटिया कार्य-स्थिति का मुख्य कारण कर्मचारियों के एक भाग में अनुशासनहीनता है। वे स्वयं तो कार्य करते नहीं हैं और दूसरों के कार्य में भी गड़बड़ी पैदा करते हैं। सबसे पहले आपने उत्पातियों को सुधर जाने की, अन्यथा अनुशासनिक कार्यवाही का सामना करने की चेतावनी दी। जब इस चेतावनी का खास असर नहीं हुआ, तब आपने नेताओं को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया। इसके बदले के रूप में उन्होंने अपने बीच की एक महिला कर्मचारी को आपके विरूद्ध महिला आयोग में यौन-उत्पीड़न की एक शिकायत दायर करने के लिए भड़का दिया। आयोग ने तुरन्त आपका स्पष्टीकरण माँगा। आपको इससे आगे भी लज्जित करने के लिए मामला मीड़िया में भी प्रसारित किया गया। इस स्थिति से निपटने के विकल्पों में से कुछ निम्नलिखित हो सकते हैंः
- आयोग को अपना स्पष्टीकरण दे दीजिए और अनुशासनिक कार्यवाही पर नरमी बरतिए।
- आयोग को नज़रअंदाज कर दीजिए और अनुशासनिक कार्यवाही को मज़बूती के साथ आगे बढ़ाइए।
- अपने उच्च अधिकारियों को संक्षेप में अवगत करा दीजिए, उनसे निर्देश माँगिए और उनके अनुसार कार्य कीजिए।
कोई अन्य सम्भव विकल्प सुझाइए। सभी का मूल्यांकन कीजिए और अपने कारण बताते हुए सबसे अच्छा विकल्प स्पष्ट कीजिए। (250 शब्द)
20 अंक
3.6 मामला संबंधी अध्ययन 6 (केस स्टडी)
मान लीजिए कि आप ऐसी कम्पनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.) हैं, जो एक सरकारी विभाग के द्वारा प्रयुक्त विशेषीकृत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाती है। आपने विभाग को उपस्कर की पूर्ति के लिए अपनी बोली पेश कर दी है। आपके प्रस्ताव की गुणता और लागत दोनों आपके प्रतिस्पर्धियों से बेहतर हैं। इस पर भी सम्बन्धित अधिकारी टेंडर पास करने के लिए मोटी रिश्वत की माँग कर रहा है। ऑर्डर की प्राप्ति आपके और आपकी कम्पनी, दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। ऑर्डर न मिलने का अर्थ होगा उत्पादन रेखा का बन्द कर देना। यह आपके स्वयं के कैरियर को भी प्रभावित कर सकता है। फिर भी, मूल्य-सचेत व्यक्ति के रूप में आप रिश्वत देना नहीं चाहते हैं।
रिश्वत देने और ऑर्डर प्राप्त कर लेने, तथा रिश्वत देने से इनकार करने और ऑर्डर को हाथ से निकल जाने-दोनों के लिए वैध तर्क दिए जा सकते हैं। ये तर्क क्या हो सकते हैं? क्या इस धर्मसंकट से बाहर निकलने को कोई बेहतर रास्ता हो सकता है? यदि हाँ, तो इस तीसरे रास्ते की अच्छाइयों की ओर इंगित करते हुए उसकी रूपरेखा प्रस्तुत कीजिए। (250 शब्द)
20 अंक
3.7 मामला संबंधी अध्ययन 7 (केस स्टडी)
रामेश्वर ने गौरवशाली सिविल सेवा परीक्षा को सफलतापूर्वक पास कर लिया और वह ऐसे सुअवसर से अभिभूत था जो सिविल सेवा के माध्यम से देश की सेवा करने के लिए उसको मिलने वाला था। परन्तु, सेवा का कार्यग्रहण करने के शीघ्र बाद उसने महसूस किया कि वस्तुस्थिति उनती सुन्दर नहीं है जितनी उसने कल्पना की थी।
उसने अपने विभाग में व्याप्त अनेक अनाचार पाए। उदाहरण के रूप में, विभिन्न योजनाओं और अनुदानों के अधीन निधियाँ दुर्विनियोजित की जा रही थीं। सरकारी सुविधाओं का अक्सर अधिकारियों और स्टाफ द्वारा व्यक्तिगत आवश्यकताओं के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। कुछ समय के बाद उसने यह भी देखा कि स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया भी दोषपूर्ण थी। भावी उम्मीदवारों को एक परीक्षा लिखनी होती थी जिसमें काफ़ी नक़लबाजी चलती थी। कुछ उम्मीदवारों को परीक्षा में बाहा्र सहारसता भी प्रदान की जाती थी। रामेश्वर ऐसी घटनाओं को अपने वरिष्ठों की नज़र में लाया। परन्तु, इस पर उसको अपनी आँखे, कान और मुख बंद रखने और इन सभी चीजों को नजरअंदाज करने की सलाह दी गई। यह बताया गया कि सब उच्चतर अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा था। इससे रामेश्वर का भ्रम टूटा और वह व्याकुल रहने लगा। वह सलाह के लिए आपके पास आता है।
ऐसे विभिन्न विकल्प सुझाइए, जो आपके विचार में, ऐसी परिस्थिति में रामेश्वर के लिए उपलब्ध हैं। इन विकल्पों का मूल्यांकन करने और सर्वाधिक उचित रास्ता अपनाने में आप उसकी किस प्रकार सहायता करेंगे? (250 शब्द)
20 अंक
3.8 मामला संबंधी अध्ययन 8 (केस स्टडी)
हमारे देश में, ग्रामीण लोगों का कस्बों और शहरों की ओर प्रवसन तेजी से बढ़ रहा है। यह ग्रामीण और नगरीय, दोनों क्षेत्रों में विकट समस्याएँ पैदा कर रहा है। वास्तव में स्थिति यर्थाथ में अप्रबन्धनीय होती जा रही है। क्या आप इस समस्या का विस्तार से विश्लेषण कर सकते हैं और इस समस्या के लिए ज़िम्मेदार न केवल सामजिक-आर्थिक, वरन् भावनात्मक और अभिवृत्तिक कारकों को बता सकते हैं? साथ ही, स्पष्ट रूप से उजागर कीजिए कि क्यों-
- शिक्षित ग्रामीण युवा शहरी क्षेत्रों में स्थानांतरित होने की कोशिश कर रहे हैं;
- भूमिहीन निर्धन लोग नगरीय मलिन बस्तियों में प्रवसन कर रहे हैं;
- यहाँ तक कि कुछ किसान अपनी ज़मीन बेच रहे हैं और शहरी क्षेत्रों में छोटी-मोटी नौकरियाँ लेकर बसने की कोशिश कर रहे हैं।
आप कौन-से साध्य कदम सुझा सकते हैं, जो हमारे देश की इस गम्भीर समस्या का नियंत्रण करने में प्रभावी होंगे? (250 शब्द)
20 अंक
3.9 मामला संबंधी अध्ययन 9 (केस स्टडी)
आजकल समस्त विश्व में आर्थिक विकास पर अधिक ज़ोर दिया जा रहा है। इसके साथ ही साथ, विकास के कारण पैदा होने वाले पर्यावरणीय क्षरण के सम्बंध में चिन्ता भी बढ़ रही है। अनेकों बार, हमारे सामने विकासिक कार्यकलापों और पर्यावरणीय गुणता के बीच सीधा विरोध दिखाई पड़ता है। विकासिक प्रक्रम को रोक देना या उसमें काट-छाँट कर देना भी साध्य नहीं है, और ना ही पर्यावरण के क्षरण को बढ़ने देना उचित है, क्योंकि यह तो हमारे सबके जीवन के लिए ही खतरा है।
ऐसी कुछ साध्य रणनीतियों पर चर्चा कीजिए, जिनको इस द्वन्द्व का शमन करने के लिए अपनाया जा सकता हो और जो हमें धारणीय (सस्टेनेबल) विकास की ओर ले जा सकती हों। (250 शब्द)
20 अंक
3.10 मामला संबंधी अध्ययन 10 (केस स्टडी)
सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की अभिवृत्ति (ऐटिट्यूड) के निर्माण में कौन-से कारक प्रभाव डालते हैं? हमारे समाज में अनेक सामाजिक समस्याओं के प्रति विषम अभिवृत्तियाँ व्याप्त हैं। हमारे समाज में जाति प्रथा के बारे में क्या-क्या विषम अभिव्यत्तियाँ आपको देखाई देती हैं? इन विषम अभिवृत्तियों के अस्तित्व को आप किस प्रकार स्पष्ट करते हैं? (150 शब्द)
20 अंक
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